गया का संगीत में विशेष योगदान है.सुप्रसिद्ध लोक गायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी.
1 min readसुप्रसिद्ध लोक गायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी जी गया में डीपीएस गया और मगध एजुकेशनल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित ” दीपोत्सव ” कार्यक्रम के अंतर्गत सांस्कृतिक संध्या के दौरान एक साक्षात्कार और खुले मंच पर विचार व्यक्त करते हुए कही. कार्यक्रम के दौरान मालिनी जी ने एक से बढ़कर एक गीत की प्रस्तुति दी, विशेषकर दादरा ‘तुम बिन नींद ना आये सावंरिया…, अब ना सहूंगी तोरी बात…, बोले बगिया में मोरे… सहित गया के सुप्रसिद्ध संगीतज्ञ स्वo रामू जी को समर्पित भावपूर्ण गीत की प्रस्तुति को श्रोताओं ने मुक्तकंठ से सराहा.
सांस्कृतिक संध्या में मालिनी अवस्थी की प्रस्तुति को सुनकर श्रोताओं ने जहाँ अपने को गौरवान्वित महसूस कर रहे थे वहीं संगत कलाकार सुप्रसिद्ध हारमोनियम वादक धर्मनाथ मिश्र,तबला वादक पंडित राम कुमार मिश्र और सारंगी वादक विनायक सहाय(सभी बनारस ) ने कार्यक्रम को चार चाँद लगाने में कोई कसर बाकी नहीं रखी.
.इस सांस्कृतिक संध्या का उद्घाटन मालिनी अवस्थी सहित मगध एजुकेशनल ट्रस्ट के अध्यक्ष राम नरेश शर्मा सहित अन्य गणमान्य लोगों ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया.
देश हो या विदेश जहाँ भी मैंने अपने गायन की प्रस्तुति दी है वहाँ गया जी की चर्चा करने से मैं अपने आपको रोक नही पाती. मेरे रोम -रोम में गया जी की सांस्कृतिक विरासत की नज़ाकत बसी है.
अति सुसज्जित मंच और सुव्यवस्था कार्यक्रम की विशेषता रही कहना गलत नहीं होगा. डी पी एस, गया के उपनिदेशक संजीव कुमार ने कार्यक्रम की सफलता के लिए गया के प्रबुद्ध श्रोताओं -नागरिकों – सहयोगियों को साधुवाद देते हुए ऐसे कार्यक्रम और भी बेहतर तरीके कराने के साथ से देश के जाने माने कलाकारों को बुलाने पर जोर दिया.
अकबर ईमाम एडिटर इन चीफ