किलकारी गया का आयोजन, नई डगर पर किलकारी किशोर… कार्यक्रम संपन्न
1 min readकिलकारी गया के 400 पूर्ववर्ती छात्रों का विदाई समारोह रविवार को हरिदास सेमिनरी स्कूल के परिसर में स्थित नए ऑडिटोरियम में मनाया गया| किलकारी के विभिन्न विधाओं में प्रशिक्षित 2014 से लेकर 2024 तक के पूर्ववर्ती बच्चे प्रेक्षागृह में मौजूद रहे| कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर किया गया |
कार्यक्रम में किलकारी में 16 वर्ष पार कर चुके बच्चों को भागलपुरी अंगवस्त्र, डायरी, बाल किलकारी पत्रिका एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया|
बच्चों के कैरियर संबंधी समस्याओं पर वक्ताओं से बच्चों ने सीधा सवाल-जवाब किया| नई डगर पर किलकारी किशोर कार्यक्रम के पूर्व बच्चों को ‘ऐसी है किलकारी’,’ किलकारी की कहानी बच्चों की जुबानी’ फिल्मों में किलकारी और किलकारी के बच्चों का संदेश फिल्में दिखाई गई|
कार्यक्रम में बच्चों एवं अतिथियों का स्वागत करते हुए किलकारी के प्रमंडल कार्यक्रम समन्वयक राजीव रंजन श्रीवास्तव ने बताया कि संस्था 2008 में ही बिहार में शुरू हुई ,और गया में 2013 में तब से लेकर अब तक हजारों बच्चों ने किलकारी में प्रशिक्षित होकर विभिन्न क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाई है|
इस कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर किया गया| इस अवसर पर अवकाश प्राप्त निगम युक्त राय मदन किशोर, पूर्व कुलपति मगध विश्वविद्यालय कुसुम कुमारी ,बिहार के शिक्षाविद अरविंद कुमार, संगीताचारी पंडित राजेंद्र सिजुआर , पंडित सुरेंद्र पांडे सौरभ, करियर काउंसलर राजेश राठौर वरिष्ठ पत्रकार-छायाकार रूपक सिंह, पूर्व अर्थशास्त्र विभाग अध्यक्ष अश्विनी कुमार मौजूद रहे |बच्चों को एक तरह के अंग वस्त्र में देखकर वातावरण बहुत ही सुशोभित हो रहा था|
एक दूसरे से मिलते जुलते हुए, बच्चे बड़े ही गौरवान्वित महसूस करते रहे | इस क्रम में किलकारी के संगीत विद्या के बच्चों ने ठुमरी गायन की प्रस्तुति दी, नृत्य विधा के बच्चों ने’ भारत दर्शन’ शीर्षक से भारत के कई राज्यों के लोक नृत्य का दर्शन कराया| यह अपने आप में बहुत ही अनूठा अनुभव था|
इस बीच किलकारी बिहार बाल भवन की 2025 की’ टेबल डायरी’ का भी लोकार्पण किया गया| बच्चों ने किलकारी में बिताए गए अपने क्षणों को एक दूसरे के साथ मंच से साझा किया |
अलग-अलग तरह के सवालों को लेकर बच्चों ने मंचासीन अतिथियों से जवाब सुना , और अंत में सभी बच्चों को प्रमाण पत्र वितरित कर सम्मानित किया गया| इस कार्यक्रम को सफल बनाने में किलकारी के सभी प्रशिक्षक , कर्मी एवं बच्चे का बहुत योगदान रहा |
अकबर ईमाम एडिटर इन चीफ