भारतीय वाक्, भाषा और श्रवण संघ (ISHA) का 56वां राष्ट्रीय सम्मेलन, 2025उर्जा ऑडिटोरियम, पटना में आयोजित
1 min read
भारतीय वाक्, भाषा और श्रवण संघ (ISHA) ऑडियोलॉजिस्ट और वाक्, भाषा पैथोलॉजिस्ट का एक पेशेवर और वैज्ञानिक संघ है| इसकी स्थापना 1967 में हुई थी| यह मैसूर सोसाइटी पंजीकरण अधिनियम, नंबर 17, 1960 (पंजीकरण संख्या 25/67-68) के तहत पंजीकृत है। श्रवण और वाक्, भाषा चिकित्सक (ASLP) एक स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर होते है जो श्रवण, वाक्, भाषा और निगलने संबंधी विकारों की पहचान, निदान, और पुनर्वास में विशेषज्ञता रखते हैं। भारतीय वाक्, भाषा और श्रवण संघ के 5000 से अधिक आजीवन सदस्य हैं।

पहली बार 2016 में वाक् और भाषा संबंधी विकारों को विकलांगता के रूप में मान्यता दी गई थी। वाक् और भाषा विकलांगता को शामिल करने के साथ, पेशेवरों की जिम्मेदारी और महत्व बढ़ गया है। संघ ने पिछले कुछ वर्षों में तेजी से प्रगति की है। पिछले 58 वर्षों में, संघ ने सभी मोर्चों पर अद्भुत विकास हुआ है अब यह 15 शाखाएं, 4 अध्याय, प्रकाशन, शोध और अनुसंधान के द्वार कार्यरत है। यह संघ मैसूर में एक पंजीकृत संस्था के रूप में शुरू हुआ था और अब इसका पूरे देश में विस्तार हुआ है।

संघ की पत्रिका को UGC केयर जर्नल के तहत मान्यता प्राप्त है। भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद ने 2024-25 के लिए जर्नल ऑफ भारतीय वाक्, भाषा और श्रवण के प्रकाशन के लिए अधोकरणिक वार्षिक अनुदान प्रदान किया है।
संघ ने एशिया पैसिफिक सोसाइटी ऑफ वाक्, भाषा और श्रवण के साथ संबंधित सदस्यता प्राप्त की है। भारतीय वाक्, भाषा और श्रवण संघ इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ ऑडियोलॉजी का भी सदस्य है।

वाक् और श्रवण संघ, बिहार (BISHA) का पंजीकरण 2017 में बिहार सरकार द्वारा किया गया। तब से, वाक् और श्रवण संघ, बिहार ने 6 राज्य स्तरीय सम्मेलन आयोजित किया गया हैं और इस वर्ष तीन दशकों के बाद 14-16 फरवरी, 2025 को भारतीय वाक्, भाषा और श्रवण संघ का 56वां राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित कर रहा है। इस सम्मेलन का उद्घाटन 15 फरवरी, 2025 को उर्जा ऑडिटोरियम में श्री विकास त्रिवेदी, मेम्बर सीकेरेटरी, रेहबिलिटेशन काउंसिल ऑफ़ इंडिया द्वारा किया जाएगा।। भारत और विदेशों से एक हजार से अधिक प्रतिनिधि इस सम्मेलन में भाग लेने जा रहे हैं। इन तीन दिनों के दौरान 31 आमंत्रित वार्ताएं, 7 लघु संगोष्ठियां और 6 प्लेनरी वार्ताएं आयोजित की जाएंगी। वार्ताओं और संगोष्ठियों के अलावा, भारत और विदेशों के विद्वानों द्वारा 225 से अधिक वैज्ञानिक शोध प्रस्तुत किए जाएंगे।

इस अवसर पर कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जैसे कि 2025 के लिए ISHA ओरेशन डॉ. सुमन कुमार, डॉ. कृष्णा वाई और डॉ. मल्लिकार्जुन बी उर्स को ऑडियोलॉजी और वाक् भाषा पैथोलॉजी के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रदान किया जाएगा। बोस्टन यूनिवर्सिटी की डॉ. स्वाति किरण को डॉ. एस. आर. चंद्रशेखर ट्रैवल फेलोशिप 2025 से सम्मानित किया जाएगा। सम्मेलन स्मारिका का विमोचन, नवीनतम आविष्कारों की प्रदर्शनी आदि भी आयोजित की जाएगी। श्री संजय कुमार, आयोजन अध्यक्ष और श्री चंदन कुमार, आयोजन सचिव इस सम्मेलन का संचालन करेंगे।
आयोजन अध्यक्ष
अकबर ईमाम एडिटर इन चीफ