पटना हाइकोर्ट के 29 वर्षीय वकील ने की खुदकुशी,कैंसर को हराया लेकिन डिप्रेशन से हार गए।
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डिप्रेशन एक बड़ी जटिल बीमार जो युवाओं में खासकर काफी तेजी से फैलता जा रहा है आए दिन इसके शिकार होते है लोग।वेलेंटाइन-डे पर पटना हाइकोर्ट के वकील ने खुदकुशी कर ली। बताया जा रहा है कि उनका पत्नी से विवाद था, जिसके बाद से दोनों अलग रह रहे थे। इस वजह से वो डिप्रेशन में थे। मृतक की पहचान गांधीनगर इलाके के हेरिटेज अपार्टमेंट में रहने वाले रूपेश कुमार (29) के तौर पर हुई है।

शुक्रवार की शाम रूपेश कुमार ने फांसी लगा ली। घटना के वक्त उनकी मां और बहन घर में ही थीं। काफी देर तक जब रूपेश के कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो दोनों ने खुलवाने की कोशिश की, लेकिन कोई जवाब नहीं आया।
बहन को शक हुआ तो आसपास के लोगों को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद राजीवनगर थाने को सूचना दी गई। पुलिस FSL की टीम के साथ मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़ा तो रूपेश फंदे से लटक रहे थे। कमरे से सुसाइड नोट भी मिला है।

थानेदार ने कहा कि ‘सुसाइड नोट और मोबाइल फोन को जब्त कर लिया गया है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए PMCH भेज दिया गया। पुलिस को परिजनों ने बताया कि रूपेश की शादी 2022 में हुई थी। कुछ दिन बाद से ही पति-पत्नी में विवाद होने लगा और दोनों अलग रहने लगे। मां और बहन कुछ दिन पहले ही फ्लैट पर आई थीं।’
कई महीनों से पत्नी मायके में रहती थी
पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि रूपेश कुमार का उनकी पत्नी के साथ रिश्ता अच्छा नहीं था। शादी के कुछ दिन बाद ही दोनों में झगड़े होने लगे थे। इससे परेशान होकर कुछ महीने पहले रूपेश की पत्नी अपने मायके चली गई थी। तभी से रूपेश मानसिक तनाव में थे। उससे उनका काम भी प्रभावित हो रहा था।

कैंसर जैसी बीमारी को हराया, डिप्रेशन से हार गए
रूपेश कुमार 29 साल के टैलेंटेड युवा वकील थे। वो काफी स्ट्रॉन्ग थे, उन्होंने कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को हराया था, लेकिन मानसिक तनाव से हार गए।