बाबा बर्फानी की पवित्र गुफा के दर्शन हेतु शिव भक्तों की जारी अमरनाथ यात्रा के क्रम में ‘जय बाबा अमरनाथ बर्फानी संघ’, पटना के तत्वाधान में 450 श्रद्धालुओं का जत्था एक साथ रवाना हुआ
1 min readपटना : बाबा बर्फानी की पवित्र गुफा के दर्शन हेतु शिव भक्तों की जारी अमरनाथ यात्रा के क्रम में ‘जय बाबा अमरनाथ बर्फानी संघ’, पटना के तत्वाधान में 450 श्रद्धालुओं का जत्था एक साथ रवाना हुआ| आज प्रातः पटना जंक्शन से शिव भक्तों का यह जत्था एक साथ अर्चना एक्सप्रेस (12355) पर सवार हुआ जो बाबा बर्फानी के मौजूदा स्वरूप का दर्शन कर भगवान भोलेनाथ से सुख, शांति, समृद्धि एवं लोक कल्याण के लिए प्रार्थना करेंगे| हिंदू धर्म में अमरनाथ यात्रा का विशेष महत्व है। प्रतिवर्ष बड़ी तादाद में शिव भक्त बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए अमरनाथ यात्रा पर निकलते हैं।
अध्यक्ष राकेश कुमार के नेतृत्व में रवाना हुए श्रद्धालु
‘जय बाबा अमरनाथ बर्फानी संघ’, पटना के अध्यक्ष राकेश कुमार के नेतृत्व में अमरनाथ यात्रा के लिए आज निकले शिव भक्तों को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए विशेष प्रबंध किया गया| अमरनाथ धाम में बाबा बर्फानी के पवित्र गुफा का सभी श्रद्धालु सहूलियतपूर्वक दर्शन कर बाबा भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त कर सकें| इसके लिए इस पूरी यात्रा में श्रद्धालुओं के भोजन, आवासन एवं यात्रा को सुगम बनाने के लिए हर प्रकार से इंतजाम किया गया है|
अमरनाथ यात्रा में 25 वर्षों से संघ कर रहा है सहयोग
‘जय बाबा अमरनाथ बर्फानी संघ’ (पटना) द्वारा वर्ष 1999 से शिव भक्तों को अमरनाथ धाम स्थित बाबा बर्फानी के पवित्र गुफा का दर्शन कराने का सिलसिला जारी है| संघ के सहयोग से प्रतिवर्ष सैकड़ों की संख्या में अमरनाथ यात्री अपने गंतव्य के लिए रवाना होते हैं| हमेशा की तरह इस बार भी अमरनाथ यात्रा के लिए रवाना होनेवाले सभी शिवभक्तों में अद्भूत उत्साह एवं उमंग था। भगवान भोलेनाथ की भक्ति से सराबोर शिवभक्तों की टोली द्वारा लगातार बम-बम भोले के लगाये जा रहे जयकारे से पटना जंक्शन परिसर गुंजायमान हो रहा था और लोगों में ऊर्जा का संचार कर रहा था| अपने अराध्य देव शिव की भक्ति में डूबे शिवभक्त नाचते-गाते अमरनाथ यात्रा के लिए रवाना हुए|
काफी रोचक एवं रहस्यमयी है बाबा बर्फानी की पवित्र गुफा
बाबा बर्फानी की पवित्र गुफा हिंदूओं के प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक है। इस दौरान महादेव भक्तों को बर्फ से बने शिवलिंग के रूप में दर्शन देते हैं। अमरनाथ यात्रा को लेकर भक्तों में अलग ही उत्साह देखने को मिलता है। अमरनाथ गुफा में शिवलिंग के पास से पानी बहता है। इस बहते पानी का स्रोत आज भी रहस्य बना हुआ है। तापमान काफी कम होने के बाद भी यह पानी जमता नही है।
मान्यता है कि बाबा बर्फानी की पवित्र गुफा 5000 साल पुरानी है जहाँ शिवलिंग को स्वभूं के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इस शिवलिंग का निर्माण खुद हुआ है। अमरनाथ गुफा पुर्णतः कच्ची बर्फ से बनी हुई है जबकि बाबा बर्फानी पक्की बर्फ के बने होते हैं। शिवलिंग पक्की बर्फ से किस तरह बनता है, यह आज भी रहस्य है। अमरनाथ गुफा के रास्ते में पंचतरणी पर भगवान भोलेनाथ ने पांचों तत्वों का त्याग कर दिया था।
गुफा में भोलेनाथ ने दिया अमरता का मंत्र
शास्त्रों के अनुसार अमरनाथ गुफा में भगवान शिव ने माता पार्वती को अमरता का मंत्र सुनाया था| वहां स्थित शेषनाग झील पर भगवान शिव ने अपने गले के सापों को उतार दिया था। अमरनाथ गुफा से 96 किमी की दुरी पर स्थित पहलगाम में भगवान शिव ने विश्राम किया था। भोलेनाथ ने अपने बैल नंदी को पहलगाम में छोड़ दिया था। पौराणिक कथा के अनुसार जब भगवान शिव ने मां पार्वती को अमरता का मंत्र सुनाया था, उस समय वही बैठा कबूतर का जोड़ा कथा सुनने के बाद अमर हो गया जो आज भी अमरनाथ गुफा में दिखाई देता है।
इस अवसर पर ‘जय बाबा अमरनाथ बर्फानी संघ’, पटना के उपाध्यक्ष रतन कुमार, सचिव कुन्दन कुमार, चंदन कुमार, अमलेश कुमार एवं सदस्यगण पिंटू पटेल, अवनीश कुमार, लल्लू कुमार, बिरजु कुमार, नंद कुमार, पवन जी, मुकुल रंजन, रंजन कुमार, विपिन कुमार, सरोज कुमार सहित सभी सदस्यगण एवं शिव भक्त उपस्थित थे|
अनु मिश्रा कैंटेंट राइटर