March 13, 2025

अंजान जी फाउंडेशन द्वारा नेत्रहीन बच्चों के लिए स्लेट और भोजन का वितरण”

1 min read

पटना, 28 फरवरी 2025: अंजान जी फाउंडेशन ने आज पूर्वाह्न 11 बजे पटना के कुम्हरार स्थित अंतरज्योति ब्लाइंड स्कूल में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में फाउंडेशन ने नेत्रहीन बच्चों के लिए स्लेट और भोजन का वितरण किया। स्लेट प्राप्त करने वाली छात्राओं में शिवानी, राधा, रानी, दुर्गा, अनुरानी मुख्य रूप से थी। यह कदम उन बच्चों के जीवन में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाने की दिशा में उठाया गया था जो अपनी दृष्टिहीनता के कारण शिक्षा प्राप्त करने में कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।

इस अवसर पर फाउंडेशन के संस्थापक संतोष श्रीवास्तव “अंजान जी” ने कहा कि शिक्षा का अधिकार हर बच्चे को है, चाहे वह सामान्य हो या विशेष आवश्यकता वाला। उन्होंने अपने संबोधन में यह भी कहा कि स्लेट का वितरण नेत्रहीन बच्चों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आया है। इसके माध्यम से बच्चे अपनी शिक्षा में और अधिक रुचि ले सकेंगे और अपने भविष्य को बेहतर बना सकेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि नेत्रहीन बच्चों के लिए यह साधारण स्लेट नहीं, बल्कि एक महत्वपूर्ण साधन है, जो उनके जीवन की राह को रोशन करेगा।

अंजान जी ने स्कूल प्रबंधक से यह अपील की कि बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए उन्हें न केवल शिक्षा बल्कि उचित और संतुलित पोषक आहार भी प्रदान किया जाए। उन्होंने कहा, “जब तक बच्चों को अच्छा भोजन और शिक्षा नहीं मिलती, तब तक उनके विकास की प्रक्रिया अधूरी रहती है। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ये बच्चे शारीरिक रूप से स्वस्थ और मानसिक रूप से मजबूत बनें ताकि वे समाज में अपनी पूरी क्षमता के साथ योगदान दे सकें।”

फाउंडेशन के पटना जिला अध्यक्ष आले हसन ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा, “हम सभी को मिलकर इन बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करनी होगी। हमें यह समझने की जरूरत है कि यदि इन बच्चों को सही मार्गदर्शन और समर्थन मिले, तो वे भी अपने जीवन में ऊंचाइयों को छू सकते हैं।” आले हसन ने यह भी कहा कि यह समय है जब समाज को नेत्रहीन बच्चों की स्थिति को गंभीरता से समझना होगा और उनके उत्थान के लिए काम करना होगा।

पटना जिला उपाध्यक्ष डॉक्टर ज्योति प्रकाश ने इस कार्यक्रम में उपस्थित बच्चों से उनके स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ली और उन्हें स्वस्थ जीवन जीने के लिए जरूरी सलाह दी। उन्होंने बच्चों को यह बताया कि अच्छे आहार, सही दिनचर्या, और नियमित स्वास्थ्य जांच से वे अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं। डॉक्टर ज्योति ने कहा, “स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा धन है, और यदि हम अपने शरीर का सही तरीके से ध्यान रखें, तो कोई भी परेशानी हमें ज्यादा प्रभावित नहीं कर सकती।”

इस अवसर पर पटना जिला सचिव शिल्पी सिन्हा ने नेत्रहीन बच्चों के माता-पिता से भी एक महत्वपूर्ण संदेश दिया। उन्होंने कहा, “कई बार यह देखा जाता है कि नेत्रहीन बच्चों के माता-पिता उनकी शारीरिक स्थिति के कारण उन्हें समाज से अलग कर देते हैं और उन्हें उनका पूरा हक नहीं देते। यह स्थिति बहुत ही दुखद है। इन बच्चों के माता-पिता को यह समझना होगा कि उनका यह बच्चा भी समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और हमें उसे हर दृष्टि से सक्षम बनाने की जिम्मेदारी निभानी होगी।” शिल्पी सिन्हा ने यह भी कहा कि नेत्रहीन बच्चों के जीवन में चुनौती केवल दृष्टिहीनता नहीं, बल्कि समाज की मानसिकता भी होती है।

इस मौके पर पटना जिला के संयुक्त सचिव विपुल पंकज ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, “हम सभी को मिलकर इन बच्चों के लिए एक बेहतर भविष्य तैयार करना होगा। अंजान जी फाउंडेशन की यह पहल सिर्फ एक शुरुआत है, लेकिन इसे निरंतर जारी रखने की जरूरत है ताकि इन बच्चों को हर संभव सहायता मिल सके।” विपुल पंकज ने यह भी कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से समाज में एक सकारात्मक बदलाव आएगा और लोग विशेष रूप से नेत्रहीन बच्चों की स्थिति को समझने की कोशिश करेंगे।

कार्यक्रम में उपस्थिति अन्य सदस्यों में अभिनव श्रीवास्तव, राकेश धारी, पुरूषोतम और निशांत भी शामिल थे। उन्होंने भी अपने विचार रखे और इस तरह के सामाजिक कार्यक्रमों के महत्व को बताया। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम समाज के सभी वर्गों को एकजुट करने और एक दूसरे की मदद करने की प्रेरणा देता है।

इस अवसर पर बच्चों के चेहरे पर खुशी और उत्साह देखने लायक था। स्लेट और भोजन के वितरण के बाद बच्चों ने अपनी आभार व्यक्त किया और फाउंडेशन के सदस्यों का धन्यवाद किया। यह कार्यक्रम उनके जीवन में एक नया अध्याय जोड़ने जैसा था, जो उन्हें न केवल शिक्षा प्राप्त करने की दिशा में बल्कि एक अच्छे और स्वस्थ जीवन जीने के लिए भी प्रेरित करेगा।

अंजान जी फाउंडेशन ने यह आयोजन करते हुए यह साबित कर दिया कि समाज के हर वर्ग का उत्थान संभव है यदि हम सामूहिक प्रयास करें। फाउंडेशन का मानना है कि यह केवल एक शुरुआत है और वे भविष्य में इस तरह के और कार्यक्रम आयोजित करेंगे ताकि समाज में नेत्रहीन बच्चों के लिए जागरूकता बढ़े और उन्हें हर पहलू में सशक्त किया जा सके।

अकबर ईमाम एडिटर इन चीफ

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *