जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिलाधिकारी, पटना डॉ. चंद्रशेखर सिंह द्वारा जिला में ईवीएम के माध्यम से मतदाताओं में जागरूकता बढ़ाने हेतु मोबाइल डिमॉन्सट्रेशन वैन्स(एमडीवी) को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया
1 min readजिलाधिकारी ने मोबाइल डिमॉन्सट्रेशन वैन्स को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना, मतदाताओं को ईवीएम एवं वीवीपैट के प्रति करेगा जागरूक
पटना, सोमवार, दिनांक 22 जनवरी, 2024ः जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिलाधिकारी, पटना डॉ. चंद्रशेखर सिंह द्वारा जिला में ईवीएम के माध्यम से मतदाताओं में जागरूकता बढ़ाने हेतु मोबाइल डिमॉन्सट्रेशन वैन्स(एमडीवी) को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।समाहरणालय में आयोजित इस कार्यक्रम के अवसर पर उप विकास आयुक्त, पटना श्री तनय सुल्तानिया, सहायक समाहर्ता, पटना श्री वैभव, उप निर्वाचन पदाधिकारी, पटना श्री आशुतोष कुमार राय, जिला जन-सम्पर्क पदाधिकारी, पटना श्री लोकेश कुमार झा, अवर निर्वाचन पदाधिकारी, दानापुर, जिला निर्वाचन शाखा के कर्मीगण एवं अन्य भी उपस्थित थे। जिलाधिकारी ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के निदेशों के अनुसार प्रत्येक विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए मोबाईल डिमॉन्सट्रेशन वैन (एमडीवी) शुरू किया गया है। इसके माध्यम से प्रत्येक पोलिंग स्टेशन लोकेशन को कवर करते हुए ईवीएम एवं वीवीपैट का प्रदर्शन किया जाएगा। इन वैन पर आईईसी (सूचना, शिक्षा और संचार) सामग्री भी है। इसके माध्यम से लोगों को ईवीएम एवं वीवीपैट के प्रति वृहत स्तर पर जागरूक किया जाएगा।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि पटना जिला अन्तर्गत कुल 14 विधान सभा निर्वाचन क्षेत्रों में 14 मोबाइल डिमॉन्सट्रेशन वैन लगातार घूमेगा। इसके लिए सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों द्वारा तिथिवार रूट-चार्ट का निर्धारण किया गया है। इन सभी वैन से ईवीएम-वीवीपैट का प्रदर्शन किया जाएगा तथा मतदाताओं में इसके प्रति जागरूकता उत्पन्न की जाएगी। पूरे जिला में पोलिंग स्टेशन लोकेशन की कुल संख्या 2,937 है जिसमें कुल 4,877 पोलिंग स्टेशन है। इसमें शहरी क्षेत्रों में कुल 2,197 पोलिंग स्टेशन (1,008 पोलिंग स्टेशन लोकेशन) तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 2,680 पोलिंग स्टेशन (1,929 पोलिंग स्टेशन लोकेशन) है। प्रत्येक वैन द्वारा प्रतिदिन कम-से-कम 10 पोलिंग स्टेशन लोकेशन को कवर किया जाएगा। सभी पोलिंग स्टेशन लोकेशन को कवर करते हुए लगभग 22 दिनों तक ये सभी वैन पूरे जिला में घूमेंगे एवं मतदाताओं को ईवीएम-वीवीपैट के प्रति जागरूक करेंगे। उन्होंने कहा कि इन मोबाइल डिमॉन्सट्रेशन वैन के साथ प्रशिक्षित पदाधिकारियों एवं कर्मियों को प्रतिनियुक्त किया गया है जो भारत निर्वाचन आयोग के निदेशों के अनुसार मतदाताओं को जागरूक करेंगे।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि यहाँ हिन्दी भवन में भी जिला-स्तरीय ईवीएम-सह-वीवीपैट प्रदर्शन केन्द्र संचालित हो रहा है। अनुमंडलों में भी यह क्रियाशील है। इन केन्द्रों पर ईवीएम तथा वीवीपैट का लाइव डिमॉन्सट्रेशन किया जा रहा है। ईवीएम के भौतिक प्रदर्शन एवं डिजिटल तरीके से मतदाताओं को ईवीएम से परिचित कराने एवं उनमें जागरूकता बढ़ाने हेतु ईवीएम डिमॉन्सट्रेशन सेंटर (ईडीसी) की स्थापना की गयी है। यहाँ ईवीएम-वीवीपैट के परिचालन की जानकारी लोगों को दी जा रही है। कोई भी व्यक्ति इन केन्द्रों पर आकर इस संबंध में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। बैलट यूनिट, कंट्रोल यूनिट एवं वीवीपैट के कार्य प्रणाली से निर्वाचकांे को अवगत कराया जा रहा है। डिमॉन्सट्रेशन सेंटर पर मौजूद निर्वाचन विशेषज्ञों तथा तकनीकी व्यक्तियों द्वारा लोगों को प्रशिक्षित एवं जागरूक किया जा रहा है। इसमें डमी बैलट पेपर का प्रयोग किया गया है। यहाँ प्रतिदिन अनेक व्यक्ति आकर ईवीएम एवं वीवीपैट की फंक्शनिंग देख रहे हैं तथा उसके बारे में प्रशिक्षण एवं जानकारी प्राप्त कर रहे हैं।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के निदेशों के अनुसार ईवीएम का प्रबंधन सुनिश्चित किया जाता है। प्रशिक्षण और जागरूकता के लिए भारत निर्वाचन आयोग के निदेशों का अक्षरशः अनुपालन करते हुए ईवीएम का प्रयोग किया जाता है।जिलाधिकारी ने कहा कि वीवीपैट (वोटर वेरिफाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल) ईवीएम के साथ जुड़ी हुई एक स्वतंत्र प्रणाली है जो मतदाताओं को यह सत्यापित करने की अनुमति प्रदान करती है कि उनका मत उनकी इच्छा अनुसार डाला गया है। जब कोई मत डाला जाता है तो मतदाता वीवीपैट के पारदर्शी विंडों के माध्यम से मुद्रित पेपर पर्ची पर अपनी पसंद के अभ्यर्थी की क्रम संख्या, नाम और प्रतीक स्पष्ट रूप से देख पाते है। यह पर्ची सात सेकेंड के लिए वीवीपैट विंडों के माध्यम से देखी जा सकती है, जिसके बाद वह स्वाचालित रूप से कट जाती है और वीवीपैट के सीलबंद ड्रोप बॉक्स में गिर जाती है। जून, 2017 से सभी निर्वाचनों में वीवीपैट प्रयोग में लाई जा रही है। जिलाधिकारी ने कहा कि ईवीएम डिमॉन्सट्रेशन सेंटर (ईडीसी) लोक सभा आम निर्वाचन, 2024 की घोषणा की तिथि तक कार्यरत रहेगा। इसका उद्देश्य है लोगों के बीच में ईवीएम को लेकर जागरूकता को बढ़ाना, लोगों को अवेयर करना ताकि वे इसे जानें, समझंे और उसका मतदान केन्द्र पर उपयोग करें। जिला-स्तरीय ईवीएम-सह-वीवीपैट प्रदर्शन केन्द्र एवं सभी छः अनुमंडलों के ईवीएम-सह-वीवीपैट प्रदर्शन केन्द्रों के लिए वरीय नोडल पदाधिकारी एवं नोडल पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया गया है।
जिलाधिकारी ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के निदेशों के अनुसार जिला में स्वीप गतिविधि अन्तर्गत नियमित तौर पर जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
डीपीआरओ, पटना
अकबर ईमाम एडिटर ईन चीफ