नहीं रही मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा,आखिरी गीत वेंटीलेटर पे रहते हुए रिलीज हुआ था।
1 min readमशहूर भोजपुरी लोकगायिका शारदा सिन्हा ने दुनिया को किया अलविदा। कई दिन से बीमार चल रही थी उनका जन्म 1 अक्टूबर 1952 को बिहार के सुपौल ज़िले के हुलसा में हुआ था। छठ महापर्व के उन्होंने ने 62 गीत गए थे।दिल्ली AIIMS में भर्ती लोक गायिका शारदा सिन्हा की हालत कई दिन से गंभीर बनी हुई थी। उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमान ने यूट्यूब के जरिए इसकी जानकारी दी थी उन्होंने कहा ‘मेरी मां वेंटिलेटर पर हैं। उन्हें प्रार्थना और दुआ की बहुत जरूरत है। अब आप सभी लोग प्रार्थना जारी रखिए। एक बड़ी लड़ाई में मेरी मां जा चुकी है। इस लड़ाई से जीतना काफी मुश्किल है। यही प्रार्थना कीजिए कि वह लड़कर बाहर आ सके।’
शारदा सिन्हा को 3 नवंबर को ही प्राइवेट वार्ड से ICU में शिफ्ट किया गया था। उनका ऑक्सीजन लेवल कम हो रहा है, जिसके कारण उन्हें ICU में शिफ्ट किया गया था। पिछले 10 दिनों से दिल्ली एम्स में भर्ती हैं।
तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें मेडिकल आंकोलॉजी वार्ड में भर्ती कराया गया था। उन्हें काफी समय से खाने-पीने में दिक्कत हो रही थी, जिसके लिए उनका इलाज भी चल रहा था। 26 अक्टूबर की सुबह उनकी तबीयत काफी ज्यादा खराब हो गई थी।
इसी साल 22 सितंबर को शारदा सिन्हा के पति ब्रजकिशोर सिन्हा का ब्रेन हेम्ब्रेज के कारण निधन हो गया था। शारदा सिन्हा छठ के गीतों के लिए जानी जाती हैं। उनके गाए छठ गीत आज भी लोगों को बेहद पसंद हैं। संगीत में उनके योगदान के लिए 2018 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया था। शारदा सिन्हा के गायिकी की शुरुआत उनके भाई की शादी में गाए एक गीत से हुई थी।
छठ से पहले रिलीज हुआ नया गाना
लोक गायिका शारदा सिन्हा का छठ पूजा से पहले नए गाने का वीडियो जारी हुआ है। उनके ऑफिशियल यूट्यूब चैनल से वीडियो को रिलीज किया गया है। गाने के बोल हैं… ‘दुखवा मिटाईं छठी मइया…. रउए आसरा हमार… सबके पुरवेली मनसा… हमरो सुनलीं पुकार।’ 5 दिन पहले इसका ऑडियो जारी हुआ था।
मां के लिए दुआ कीजिए- अंशुमन इसके पहले भी उनके बेटे अंशुमन ने अपने फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर किया है। जिसमें उन्होंने लिखा है, ‘मां की स्वास्थ्य संबंधी लड़ाई जारी है। मैं एक छोटा सा प्रयास कर मां के नए छठ गीत ‘दुखवा मिटाईं छठी मइया’ का एक वीडियो भी पोस्ट कर रहा हूं। ऑडियो रिलीज होने के बाद एम्स परिसर में ही अपने लैपटॉप और मोबाइल डाटा की मदद से मां की पुरानी सुंदर स्मृतियों के एक गुच्छे को छठ महापर्व की मनोरम छटा के साथ समागम कर इस वीडियो का निर्माण मैंने किया है।