मारजित भास्कर गुप्त के छायाचित्र प्रदर्शनी ‘काशी की रामलीला’ का शुभारंभ
1 min readवाराणसी, 22 अक्टूबर: बनारस के परिचित छायाकार और कुछ ही महीने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सम्मानित काशी सांसद फोटोग्राफी प्रतियोगिता के विजेता मारजित भास्कर गुप्त के ‘काशी की रामलीला’ विषय पर आधारित एकल छायाचित्र प्रदर्शनी का शुभारंभ गिरजाघर स्थित “जोगाई बनारस – दि आर्ट गैलरी” में संकटमोचन फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रोo पंडित विश्वंभर नाथ मिश्र द्वारा किया गया, विशेष अतिथि के रूप में काशी के प्रतिष्ठित कलाकार मनीष खत्री भी उपस्थित रहे। गैलरी के अधिष्ठाता राजेश जोगई एवं उमेश जोगई सहित अन्य गणमान्य अतिथियों में कन्हैया लोहिया, पवन शास्त्री, अजय शर्मा, उमाशंकर गुप्ता, प्रकाशपति त्रिपाठी तथा भिन्न रामलीला समितियों के पदाधिकारी एवं छायाचित्रकार बिनय रावल, राधाकृष्ण गणेशन, मनोज कर, रूपक सिन्हा, सचिन सिंह आदि उपस्थित रहे। गौरतलब है की वाराणसी में जोगाई बनारस ने नए कलाकारों को बढ़ावा देने के लिए और शौकिया-पेशेवर फोटोग्राफरों को शुल्कमुक्त प्रदर्शनी के लिए इसी महीने से गिरिजाघर स्थित वंदना सिल्क परिसर में “जोगाई बनारस – दि आर्ट गैलरी” के नाम से एक अनूठा मंच प्रदान किया है जिसकी शुरुआत मनीष खत्री के छाया चित्र प्रदर्शनी के माध्यम से हुई।
मारजित भास्कर गुप्त लंबे समय से काशी की रामलीला पर अध्ययन करके यह कलात्मक छायाचित्र का फोटो श्रृंखला प्रस्तुत किये है, जो प्रयास अभी भी ज़ारी है। शिव के नगरी के उत्सवधर्मिता का एक रंग काशी की रामलीला भी है जिसका आयोजन भादो शुक्ल चतुर्दशी से लेकर आश्विन शुक्ल पूर्णिमा तक चलता है, कुछ जगह पर यह आयोजन कुछ दिनों के विलंब से भी किया जाता है। 1543 ईस्वी में गोस्वामी तुलसीदास की प्रेरणा से मेधा भगत द्वारा आध्यात्मिक और सामाजिक जनजागरण के उद्देश्य से काशी में चार स्थानों पर रामलीला शुरू किया गया जिसका अभी भी अपने परंपरागत तरीके से मुक्ताकाशीय मंचन किया जा रहा। 1888 ईस्वी में बाबा फतेह राम के स्वतंत्रता आंदोलन के उद्देश्य से शुरू किए गए चेतगंज के नक्कटैया के पूर्व 1783 ईस्वी में काशी नरेश उदित नारायण सिंह ने रामनगर की विश्व प्रसिद्ध रामलीला की शुरुआत ने इसे राजसी उत्सव का रंग भी दे दिया।
प्रदर्शनी का संयोजन प्रख्यात छायाकार राज सरकार और निर्देशन सौविक आचार्य ने किया है।यह प्रदर्शनी आगामी 5 नवंबर तक काशीवासियों एवं कलाप्रेमियों के लिए पूर्वान्ह 11 से सायंकाल 8 बजे तक निःशुल्क खुली रहेगी।
उक्त अवसर पर वरिष्ठ छायाकार रूपक सिन्हा(गया) के साथ बनारस के सुप्रसिद्ध छायाकारों के साथ बोधगया की धरती एक अंतर्राष्ट्रीय छायाचित्र प्रदर्शनी आयोजित करने पर सहमति बनी.
अकबर ईमाम एडिटर इन चीफ