लुम्बिनी से बोधगया शीर्षक से छः दिवसीय मिथिला चित्रकला कार्यशाला का समापन
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छः दिवसीय मिथिला चित्रकला कार्यशाला संपन्न
आसरा सेवा केंद्र , बी.पी. कोईराला इंडिया नेपाल फाउंडेशन द्वारा आयोजित , किलकारी बिहार बाल भवन गया में भगवान बुद्ध के जन्म से लेकर ज्ञान प्राप्ति स्थल तक की प्रमुख घटनाओं को ले कर लुम्बिनी से बोधगया शीर्षक से छः दिवसीय मिथिला चित्रकला कार्यशाला का समापन शुक्रवार की शाम किलकारी बिहार बाल भवन के नवनिर्मित प्रेक्षागृह में किया गया |
कार्यक्रम के समापन अवसर पर कृति पदक से सम्मानित कर्नल पंकज कुमार ने सभी कलाकारों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया | इस अवसर पर कला संस्कृति जिला पदाधिकारी सुरभि बाला उपस्थित रहीं | कर्नल पंकज कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि यह छः दिनों का अवसर सचमुच ऐतिहासिक है , जिसमे दो पदमश्री , तीन राष्ट्रीय, पांच राजकीय सम्मान से नवाजे गये मिथिला चित्रकला के हस्ताक्षरों ने किलकारी में रहकर अद्भुत कला कृतियाँ रची हैं | सबकी पेंटिंग एक से बढ़ कर एक है |
मिथिला पेंटिंग के क्षेत्र में देश-विदेश के ख्यातिलब्ध कलाकारों में , पदमश्री श्रीमती शांति देवी , पदमश्री श्रीमती दुलारी देवी , श्रीमती विभा लाल, श्री अवदेश कुमार कर्ण, श्रीमती अम्बिका देवी, श्रीमती हेमा देवी , श्रवण पासवान , श्री भगवान ठाकुर , श्रीमती नलिनी शाह , श्री राकेश पासवान ने अपनी बनाई चित्रकला को प्रदर्शित करते हुए उसके बारे में दर्शकों को विस्तार पूर्वक बताया |
इस अवसर पर शहर के कई गणमान्य अतिथियों में रूपक सिन्हा , रजनीश कुमार , प्रियदर्शन दायर , विनय कुमार आदि उपस्थित रहे | सबने मुक्तकंठ से चित्रों की प्रशंसा की | इस कार्यशाला को किलकारी में आयोजित करने के लिए सी.पी.सी. राजीव रंजन श्रीवास्तव ने दोनों संगठनों एवं सभी कलाकारों का धन्यवाद ज्ञापित किया| किलकारी के संगीत विधा के बच्चों ने गायन व गौतम कुमार गोलू के नेतृत्व में लोक नृत्य सामा चकेवा की प्रस्तुति दी|
कार्यशाला को सुचारू रूप से सञ्चालन करने में संयोजिका फिरदौस कौसर , दीपा कुमारी , और सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी अनुभवी सिन्हा , मो० महमूद , गुडिया कुमारी , पिंटू कुमार , चंदना मुखर्जी , प्रियंका कुमारी , निशी खान, कल्पना , दिनेश मउआर , संदीप कुमार सिन्हा , पंकज कुमार आदि प्रमुख रहे |
अकबर ईमाम एडिटर इन चीफ