अमर कथाशिल्पी रेणु के विपुल साहित्य का संक्षेपण औऱ साहित्यिक क्षेत्र में निरंतर हो रही राजनीतिक गुटबाजी की कहानी :: सुनिए अररिया जिले के रानीगंज प्रखंड की बेटी श्रीमती स्नेहा किरण की जुबानी
1 min readअमर कथाशिल्पी फणीश्वरनाथ रेणु की पुण्य -तिथि पर अपनी विशाल साहित्यिक,सांस्कृतिक विरासत को समेटे हुए ऐतिहासिक जिला पूर्णियाँ के रेणु स्मृति उद्यान, में “पूर्णिया पुस्तक मेला समिति”, ” रेणु सेवा समिति ” व साहित्यकार संसद गुलाबबाग के संयुक्त तत्वाधान में ” रेणु स्मृति दिवस -2023 ” सह काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया. आँचलिक साहित्य औऱ संस्कृति की जीवंतता को अक्षुण बनाए रखना ही इस कार्यक्रम का मूल उद्देश्य रहा.
कार्यक्रम की शुरुआत अररिया जिले के रानीगंज प्रखंड की बेटी श्रीमती स्नेहा किरण के ओजस्वी सम्बोधन से हुई. रेणु के विपुल साहित्य का संक्षेपण उनकी विशिष्ट वाक -कला में स्पष्ट रूप से दर्शकों को देखने को मिला . साहित्यिक क्षेत्र में निरंतर हो रही राजनीतिक गुटबाजी, आँचलिक साहित्य की उपेक्षा, रेणु साहित्य में महिला चरित्र की समीक्षा, समाजवादी आंदोलन में रेणु जी की भूमिका औऱ लेखकों को आर्थिक रूप से सहयोग न करने की सरकारी नीति की उन्होंने जम कर आलोचना की!!
देश के कोने -कोने से आए कवियों औऱ नामचीन लेखकों की गरिमामयी उपस्थिति से कार्यक्रम सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ. बुद्धिजीवी पत्रकारों, साहित्यिक अभिरूचि से भरे जनप्रतिनिधिगण, दर्जन भर प्रबुद्धअधिकारीगण, माननीय सांसद महोदय श्री संतोष कुशवाहा जी, माननीय विधायक महोदय श्री विजय खेमका जी, शहर के सभी विशिष्टगण, राजनेताओं, सम्मानित कालकारों, औऱ सुधी पाठकों से रेणु स्मृति उद्यान शोभायुक्त हुआ.
आहूत पुस्तक लोकार्पण-समीक्षण सह कवि सम्मेलन व तदोपरांत सम्मान समारोह का आयोजन बड़ा भव्य रहा।सम्मानित अतिथि सह मंच संचालक के दायित्व का बड़े सधे हुए अंदाज में निर्वहन सेवानिवृत प्रशासनिक अधिकारी गिरिजाशंकर मिश्रा औऱ साहित्य को समर्पित रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता औऱ वरिष्ठ चिकित्सक श्री कमल किशोर चौधरी के द्वारा सफल हुआ.
माननीय विधायक श्री विजय खेमका जी के साहित्यिक सरोकारों से भरे व्याख्यान को सुनना औऱ उनका दिया गया नारा – ” जय साहित्य ” का उदबोधन गागर में सागर भरने के जैसा रहा. जनप्रिय संपादक श्रीमती नीलू अग्रवाल,अभिनंदित व्यक्तित्व डा.परमेश्वर गोयल, अध्यक्ष प्रोoदेव नारायण देव, विशिष्ट वक्तागण प्रो. सिद्धेश्वर काश्यप, डा.मो. कमाल,डा.रामयतन यादव,डा.अशोक कु.आलोक, नई धारा के संपादक श्री शिव नारायण एवं विदुषी डाoनिरूपमा राय की ‘गरिमामयी उपस्थिति’ ने कार्यक्रम में चारचांद लगा दिया।
द्वितीय सत्र में भव्य कवि सम्मेलन में अररिया की बेटी स्नेहा किरण की मुखर कविताओं से कार्यक्रम का आगाज हुआ. जोरदार तालियों से दर्शकों नें उनकी क्रन्तिकारी और देश सेवा के भाव से भरी कविताओं का स्वागत किया.मन के वास्तविक भावों को वाणी देने वाली सीमांचल की लोकप्रिय कवयित्री औऱ जिला अररिया के रानीगंज प्रखंड की बेटी स्नेहा किरण की रेणु पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करती हुई लम्बी कविता ” क़ीमत ” का श्रोतागण नें करतल धवनियों से स्वागत किया. महिला- सशक्तिकरण औऱ साहित्य में राजनीति के अनाधिकार बलात प्रवेश को समर्पित अन्य कविताओं का पाठ भी सराहनीय रहा!!
अन्य नवोदित कवियों नें काव्यपाठ कर इस कार्यक्रम को यादगार बना दिया।
हरिकृष्ण प्रकाश,दिव्या त्रिवेदी,बिनोद मिश्र,मनु रमण,कुमार बलियाबी,संगीता भारती,प्रीतम प्रकाश,
नीतू कुमारी ,कल्याणी झा,चंद्रभूषण चंद्र,रंजित तिवारी और दिनकर दिवाना जैसे कलमकारों की उपस्थिति देखी गई.
पुस्तक “राष्ट्रीय चेतना के हास्य व्यंग कवि डॉ परमेश्वर गोयल उर्फ़ काका बिहारी ” का लोकार्पण समारोह का मुख्य आकर्षण रहा.
जिला प्रशासन की तरफ से लोकप्रिय लेखकों औऱ कवियों की किताबो की प्रदर्शिनी भी लगाई गयी.
विश्व प्रसिद्ध आँचलिक कथाकर स्व. फणीश्वर नाथ रेणु को भाव भीनी श्रद्धांजलि अर्पित करती हुई सीमांचल की धरती पर एक सफल व भव्य कार्यक्रम का आयोजन कुल मिलाकर सराहनीय रहा.
अकबर ईमाम एडिटर इन चीफ